मुंबई कामकाजी महिलाएं अक्सर इस डर में जीती हैं कि मां बनने पर उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। कई बार महिलाओं को प्रेग्नेंसी में नौकरी छोड़नी पड़ती है। खिलाड़ियों की बात करें तो कई मामलों में वे एक साल तक खेल से दूर हो जाती हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट बोर्ड (CA) ने नजीर पेश की है। उसने अपनी महिला क्रिकेटर्स को 12 महीने का वेतन सहित मातृत्व अवकाश देना शुरू किया है। सीनियर क्रिकेटर इस पॉलिसी का फायदा पाने वाली पहली क्रिकेटर बनी हैं। उन्हें इस छुट्टी के दौरान पूरा वेतन और अगली गर्मियों में नया कॉन्ट्रैक्ट मिलेगा। जेस चाहें तो बच्चे को जन्म देने से पहले तक ऐसी भूमिका स्वीकार सकती हैं, जिसमें क्रिकेट न खेलना पड़े। अगर BCCI की बात करें तो सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड होने के बावजूद यहां मातृत्व अवकाश को लेकर कोई पॉलिसी नहीं है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी ने बताया कि भारत में महिला क्रिकेटर्स को पैरंटल लीव नहीं मिलती। वहीं, टीम इंडिया के लिए 64 इंटरनैशनल मैच खेलने वालीं रीमा मल्होत्रा की मानें तो भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सामने कभी ऐसा केस आया ही नहीं, जहां मातृत्व अवकाश मांगा गया हो।
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December 31, 2019 at 05:03PM
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