पुणे भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच पुणे में खेला जाना है। पुणे का यह मैदान खास इसलिए है क्योंकि 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच में भारत बुरी तरह हारा था और इसके बाद काफी विवाद हुआ। दरअसल फरवरी-2017 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था जिसमें पिच को लेकर विवाद हुआ था और आईसीसी ने इस पिच को खराब पिच बताया था। उसका कारण इस पिच का स्पिनरों का ज्यादा मददगार होना था। इस मैदान पर पहला और अभी तक का इकलौता टेस्ट मैच 23 फरवरी, 2017 में खेला गया था, लेकिन सिर्फ तीन दिन यानी 25 फरवरी को ही खत्म हो गया था। बात तीन दिन में मैच खत्म होने की नहीं है, बल्कि इस मैच में विकेट का जो व्यवहार रहा था उसकी है। पिच ने स्पिनरों की खूब मदद की थी और नतीजा यह रहा था कि आस्ट्रेलिया के स्टीव ओ कीफ भारत के रवीचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा पर हावी रहते हुए अपनी टीम को जीत दिला ले गए थे। पर नजरें इस मैच के दौरान एक बार फिर सभी की नजरें क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर पर भी होंगी जोकि दो साल पहले खराब पिच के कारण विवादों के घेरे में आ गए थे। 2017 में जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच तीन दिन के भीतर खत्म हो गया था, तब आईसीसी ने इस पिच को ‘खराब’ करार दिया था। स्पिनरों ने उस मैच में 31 विकेट लिए और स्टीव ओकीफ कुल 12 विकेट लेकर जीत के सूत्रधार रहे थे। न्यू जीलैंड के खिलाफ अक्टूबर 2017 में वनडे मैच से पहले वह कथित ‘पिच फिक्सिंग’ विवाद से घिर गए थे और भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारियों को मामले की रिपोर्ट नहीं करने के कारण उन्हें छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। उस समय पांडुरंग की पत्नी बीमार थीं और यही वजह थी कि वह रिपोर्ट नहीं कर सके थे। भारत ने 2017 में इस मैदान पर खेले गए मैच की पहली पारी में सिर्फ 105 और दूसरी पारी में सिर्फ 107 रन बनाए थे। स्टीव ओ कीफ ने दोनों पारियों में छह-छह विकेट लिए थे। अश्विन ने पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में चार विकेट लिए थे। जडेजा ने पहली और दूसरी पारी में क्रमश: दो और तीन विकेट लिए थे। तीन दिन में मैच जीत कर आस्ट्रेलिया ने सीरीज में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी, लेकिन इस पिच को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने ‘खराब’ पिच का दर्जा दिया था। अब यह मैदान अपना दूसरा मैच आयोजित करने को तैयार है। ऐसे में एक बार फिर सवाल यह है कि क्या पिच एक बार फिर स्पिनरों की मददगार रहेगी या पहले जो हुआ उससे सीख लेते हुए मैदानकर्मी बेहतर पिच बनाएंगे? पिच के संबंध में जब इस स्टेडियम के पिच क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर से फोन पर बात करनी चाही तो पता चला कि वह अपना मोबाइल घर पर ही भूल गए हैं। यह वही सलगांवकर हैं, जिन्हें एक स्टिंग ऑपरेशन में पकड़ा गया था और फिर एमसीए तथा आईसीसी ने उन्हें छह महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। पिच क्यूरेटर नहीं चाहेंगे कि उनके द्वारा बनाई गई पिच लगातार दूसरी बार किसी तरह के विवादों में आए। पिच के निर्माण में वह बेशक एहतियात बरतना चाहेंगे और कोशिश करेंगे कि आईसीसी के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए पिच का निर्माण करें।
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October 09, 2019 at 05:26PM
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