नई दिल्ली टीम इंडिया के कोच को एक बार फिर मुख्य कोच की भूमिका के लिए चुना गया है। रवि शास्त्री ने सबसे पहले अगस्त 2014 में टीम डायरेक्टर के रूप में टीम की कमान अपने हाथ में ली थी। तब वह मार्च 2016 तक टीम के साथ रहे इसके बाद दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले को मुख्य कोच के रूप में जगह दी गई। चैंपियंस ट्रोफी के बाद अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद अनिल कुंबले ने इस पद से इस्तीफा दिया तो एक बार रवि शास्त्री को कोच की कमान सौंपी गई। पांच को पछाड़ शास्त्री ने मारी बाजी वर्ल्ड कप 2019 के बाद उनके कार्यकाल की फिर समीक्षा हुई और इस बार पूर्व कप्तान के नेतृत्व वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) ने कोच पद के लिए इंटरव्यू लिए तो उन्होंने इस फेहरिस्त में रवि शास्त्री पर ही भरोसा जताया। इस शास्त्री समेत इस दौड़ कुल छह नाम थे। शास्त्री ऑस्ट्रेलियाई कोच टॉम मूडी, फिल सिमंस (वेस्ट इंडीज), माइक हेसन (न्यू जीलैंड), लालचंद राजपूत (भारत), रोबिन सिंह (भारत) पर भारी पड़े। एकमत से शास्त्री पहली पसंद कपिल देव के नेतृत्व में तीन सदस्यीय CAC का पैनल इंटरव्यू के लिए बैठा तो उन्होंने एक मत से रवि शास्त्री को पहली पसंद माना। इसके बाद नंबर दो पर माइक हेसन और तीन पर टॉम मूडी रहे। शास्त्री टीम इंडिया के कप्तान की भी पहली पसंद हैं। वेस्ट इंडीज दौरे पर रवाना होने से पहले उन्होंने खुलकर रवि शास्त्री का समर्थन किया था। पढ़ें: यहां देखें शास्त्री के पिछले दो कार्यकाल में कैसा रहा है टीम इंडिया का प्रदर्शन जब पहली बार शास्त्री ने अगस्त 2014 में टीम इंडिया की कमान बतौर डायरेक्टर संभाली तो 19 महीने के इस कार्यकाल में शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने 14 टेस्ट, 40 वनडे और 21 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। सीमित ओवरों के खेल में टीम इंडिया का विनिंग औसत सबसे शानदार (वनडे में 61.54 और T20I में 66.67 फीसदी) रहा। इस दौरान टेस्ट में भी टीम इंडिया का विनिंग औसत 35.71 रहा। पढ़ें: इसके बाद जब 2017 में चैंपियंस ट्रोफी के बाद जब अनिल कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया तो सौरभ गांगुली की अगुआई वाली तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) ने रवि शास्त्री को टीम इंडिया मुख्य कोचिंग की जिम्मेदारी सौंपी। जुलाई 2017 में टीम के कोच बने शास्त्री का कार्यकाल वर्ल्ड कप 2019 तक तय किया गया। इस बार शास्त्री के नेतृत्व में टीम इंडिया ने अपना टेस्ट रेकॉर्ड भी बेहतर किया। इतना ही नहीं उनकी कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराने वाली टीम इंडिया पहली एशियाई टीम भी बनी। इस बार टेस्ट में भारत का विनिंग प्रतिशत 52.38 हो गया। वनडे में यह 74.19% और टी20I में यह 69.44% रहा। पढ़ें: शास्त्री की कोचिंग में टीम इंडिया की उपलब्धियां
- भारत वर्ल्ड कप 2015 और 2019 में सेमीफाइनल में पहुंचा। 2016 में खेले गए वर्ल्ड टी20 में भी टीम इंडिया ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया।
- उनके कार्यकाल में टीम इंडिया टेस्ट और वनडे दोनों की रैंकिंग में पहले स्थान पर रही
- 2018-19 में टीम इंडिया ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट सीरीज अपने नाम की।
- 2018 में यूएई में आयोजित एशिया कप भारत ने जीता
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August 16, 2019 at 05:33PM
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