नई दिल्ली वह उंगली में चोट के बाद वापसी कर रहे थे। करीब ढाई महीने के बाद यह उनका पहला मैच था। और लग रहा था कि वह इस दौरान मिस गए मैचों की कसर पूरा करना चाहते हैं। रोहित को इसके लिए किस्मत का भी साथ मिला। और उस साथ का उन्होंने पूरा फायदा उठाया। खमियाजा भुगता श्रीलंका ने। आज ही के दिन रोहित ने 264 रन की वह यादगार पारी खेली थी जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई। कोलकाता का ऐतिहासिक ईडन गार्डंस मैदान। इस मैदान ने कई बार इतिहास बनते देखा। 13 नवंबर 2014 का दिन उन ऐतिहासिक दिनों में एक खास मुकाम रखता है। भारत के सामने थी श्रीलंका की टीम। और हिटमैन रोहित शर्मा थे अपने रंग में। रोहित ने इस मैदान पर ऐसा धमाका किया जिसकी गूंज आज भी क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में ताजा है। रोहित ने आज ही के दिन छह साल पहले वनडे इंटरनैशनल के सबसे बड़े निजी स्कोर का कीर्तिमान बनाया था। जी, 264 रन की वह यादगार पारी। इसके साथ ही वह वनडे इंटरनैशनल में दो दोहरे शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। इसके बाद उन्होंने तीसरा भी लगाया। रोहित की इस पारी में किस्मत का भी साथ रहा। लेकिन कहते हैं- किस्मत भी बहादुर लोगों का साथ देती है। रोहित जब सिर्फ चार रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तब तिसारा परेरा ने थर्डमैन पर उनका आसान सा कैच टपका दिया। और यह कैच श्रीलंका को इतना भारी पड़ेगा इसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की होगी। रोहित की पारी में कुल 33 चौके और नौ छक्के थे। संयोग से रोहित का पहला शतक करीब 100 गेंद पर पूरा हुआ लेकिन इसके बाद अगले 164 रन उन्होंने 73 गेंद पर बनाए। अगस्त में रोहित की उंगली में चोट लगी थी और यह उनके लिए कमबैक मैच थे। इस मैच के दौरान रोहित कई पड़ावों को पार करते गए। अपने खुद के बनाए 209, वीरेंदर सहवाग के 219 और ब्लैंडा क्लार्क के 1997 में बनाए गए 229। भारत ने स्कोर बनाया पांच विकेट पर 404 रन। रोहित के अलावा कप्तान विराट कोहली ने ही थोड़े हाथ दिखाए और 64 गेंद पर 66 रन की पारी खेली। संयोग की बात यह रही कि श्रीलंका की टीम रोहित शर्मा के स्कोर को ही पार नहीं कर सकी और 43.1 ओवर में सिर्फ 251 रन ही बना पाई।
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November 12, 2020 at 11:35PM
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