नई दिल्लीटीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर का खेल काफी आक्रामक है। वह मैदान पर तो अपने प्रदर्शन से कमाल करते ही हैं लेकिन मैदान के बाहर भी उनके चर्चे काफी होते हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि उनके करियर में ऐसा दौर भी था, जब दूसरों की बातों का उन पर काफी असर होता था। हार्दिक ने 'क्रिकबज' से बातचीत के दौरान कहा कि उन पर पहले दूसरों की बातों का बहुत असर होता था और वह विचलित हो जाते थे और तब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने उनका काफी साथ दिया। उन्होंने कहा, ‘मेरी आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के कोच रिकी पॉन्टिंग ने एक बच्चे की तरह मुझे संभाला। मैने उनसे काफी कुछ सीखा है।’ पढ़ें, पंड्या ने भारतीय कप्तान विराट कोहली, कोच रवि शास्त्री और एनसीए निदेशक राहुल द्रविड़ को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘विराट, रोहित या रवि सर आपको खेल का ककहरा नहीं सिखाते। उन्होंने मुझे आजादी दी है। उन्होंने मुझे सुरक्षा का भाव दिया और यही वजह है कि मैं अपने फैसले खुद लेने लगा।’ द्रविड़ के बारे में उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (राहुल द्रविड़) मुझे वैसे ही स्वीकार किया, जैसा मैं हूं। उन्होंने कभी मुझे किसी कसौटी पर नहीं कसा। उन्होंने बतौर क्रिकेटर मेरा सम्मान किया।’ तब लगा कि करियर खत्म!पंड्या को साल 2018 में चोट लगी थी जब उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच के दौरान मैदान से स्ट्रेचर से ले जाया गया । उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि मेरा करियर खत्म हो गया क्योंकि मैंने कभी किसी को यूं स्ट्रेचर पर जाते हुए नहीं देखा। मेरा दर्द कम ही नहीं हो रहा था लेकिन मेरा शरीर तुरंत रिकवरी मोड में चला गया। एशिया कप वैसे भी आराम मिलने से पहले मेरा आखिरी टूर्नमेंट था जिसमें यह चोट लग गई।’ (एजेंसी से इनपुट)
https://ift.tt/2ABSwPI
from Sports News in Hindi: Latest Hindi News on Cricket, Football, Tennis, Hockey & more | Navbharat Times https://ift.tt/3gQICu6
June 03, 2020 at 04:42PM
No comments:
Post a Comment