मुंबई, के. श्रीनिवासराव पूर्व भारतीय क्रिकेटर को एक बार फिर टीम इंडिया का मुख्य कोच चुना गया है। शास्त्री को इस नए कार्यकाल के लिए नवंबर 2021 तक यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। लगातार दूसरी बार भारतीय टीम का कोच बनने के बाद शास्त्री अब अपनी आगामी योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए तैयार हैं। रवि शास्त्री ने इस बार टीम की सफलता के लिए अपने प्लान्स में और विस्तार किया है। दोबारा कोच बनने के बाद रवि शास्त्री ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को खास इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए अपनी आगामी योजनाओं पर खुलकर बात की। रवि शास्त्री के नए कार्यकाल में पहली बार शुरू हो रही और लगाातार 2 साल में दो-दो टी20 वर्ल्ड कप सबसे बड़े चैंलेंज हैं। जब शास्त्री से पूछा गया कि क्या टेस्ट चैंपियनशिप के शुरू होने से उन पर दबाव बढ़ा है? पढ़ें: इसके जबाव में शास्त्री ने कहा, 'हां, लेकिन यह दबाव होना भी चाहिए। इस फॉर्मेट की सबसे ज्यादा मांग है और आपको बेस्ट बने रहने के लिए अपने खेल के शीर्ष पर होना ही चाहिए। टेस्ट क्रिकेट की सबसे खूबसूरत बात यह है कि आप अपनी विरोधी के घर में जाकर खेलते हैं या फिर अपनी घरेलू मिट्टी पर चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में 5 दिनों तक खुद को बचाने की कोशिश करते हैं। टेस्ट क्रिकेट इतिहास से मिला हुआ शानदार तोहफा है, जिसमें आपको प्रत्येक सत्र और प्रत्येक दिन अपना वर्चस्व कायम रखना पड़ता है। इस प्रतिस्पर्धा को जीतने के लिए आपको 20 विकेट निकालने पड़ते हैं।' पढ़ें: अब टेस्ट चैंपियनशिप के शुरू हो जाने से आपको पॉइंट्स और भी ज्यादा अहम होंगे। टेस्ट क्रिकेट के गौरव के साथ अब पॉइंट-आधारित फॉर्मेट भी जुड़ गया है, जो 2 साल की अवधि तक पूरा होगा। जब दो साल का यह सत्र खत्म होगा, तब आपके पास इस प्रतिस्पर्धा से थोड़ा और हासिल करने का मौका होगा। कोच रवि शास्त्री टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंग्थ को मजबूत बनाने के लिए युवा खिलाड़ियों को भरपूर मौके दे रहे हैं। उनके बीते कार्यकाल में साल 2018 के भीतर करीब 12 क्रिकेटरों अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया... शास्त्री से जब इस पर सवाल किया गया तो 57 वर्षीय इस कोच ने कहा, 'अगर हम लंबे समय तक चीजों को देख रहे हैं तो बेंच स्ट्रेंग्थ ही सबकुछ है। इससे प्रतिस्पर्धा में ताजापन बना रहता है, युवा प्रतिभा को वहां होना ही चाहिए।' पढ़ें: शास्त्री ने कहा, 'चाहे यह ऋषभ हों या जसप्रीत बुमराह, कुलदीप, हार्दिक, मयंक हों या फिर शंकर- वे मौका मिलने के लिए लगातार अपना हाथ ऊपर उठाए हुए हैं। खिलाड़ियों के ऐसे जोशीले पूल से ही शानदार परिणाम मिलते हैं। ऐसी ही चीजों को अब टी20 क्रिकेट के लिहाज से शुरू करेंगे। हमारे पास कई युवा खिलाड़ी हैं बस उन्हें लगातार पुश करने की जरूरत है।'
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August 17, 2019 at 05:56PM
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